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Sarita Saini

Romance

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Sarita Saini

Romance

राज़ मोहब्बत का

राज़ मोहब्बत का

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सुनो न ...

अपनी मोहब्बत को एक राज़ ही रहने दो ,

यूँ सिमटे हुये इश्क़ का एहसास ही कुछ और है।

खुल गया जो ये राज़ तो,

नाम अपना ही बदनाम होगा ,

बेवज़ह ही फिर मोहब्बत पर इल्ज़ाम होगा ।


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