पुत्र क्या होते हैं
पुत्र क्या होते हैं
पुत्र क्या होते हैं,
मैं तुम समझता हूं।
पुत्रो का इतिहास में
दुनिया को बतलाता हूँ।
एक पुत्र था श्रवणकुमार
जो मातापिता को सर्वत्र मान्यता था।
और एक पुत्र था औरंजेब,
जिसने जेल में बाप को डाला था।
और एक पुत्र ऐसा भी हुआ था
जो बाप के वचन की खातिर,
खुद बनवास को जाता है
और आधा जीवन अपना,
वन में स्वंय बीतता है।
पुत्र मोह क्या होता है,
मैं बाप का बतलाता हूँ।
अंधा होते हुए भी,
खुद राजा बन जाता है।
फिर पुत्र मोह की खातिर,
महाभारत का युध्द करवाता है।
और अपने कुल का विनाश,
कुल वालो से ही करवाता है।
कलयुग के पुत्रों का भी
में किस्सा तुमको सुनता हूँ।
एक बाप चार पुत्रों को,
आसानी से पालपोस देता है।
और काबिल इंसान बना देता है।
पर चार पुत्र होकर भी,
अपने बाप को नही संभाल पाते हैं,
फिर भी वो पुत्र कहलाते हैं।
अपनी आजादी की खातिर,
वृद्ध आश्रम में छोड़ आते है।
और फिर भी बड़ी शान से,
पुत्र होने का दावा करते हैं।
अब खुद सार समझो
कि पुत्र क्या होते है ?
वो खुद की परिभाषा
लोगों को अपने कर्मों से
समझा देते हैं।
क्या ऐसे लोग पुत्र
सही कहलाते हैं।