पुष्प और इंसान
पुष्प और इंसान
पुष्प प्रकृति का दिया
हमको एक वरदान है
इसको मत समझो निर्जीव
इसमें भी जान है
पुष्प और इंसान का
गहरा नाता है
पुष्प खुशी और गम
दोनों में साथ निभाता है
मिलती है जीत तो
हमें पुष्पों का हार
पहनाया जाता है
अगर हम मर गये
तो हमारी अर्थी को
पुष्पों से सजाया जाता है
पुष्प को हम
अपने भगवान को
अर्पित करते है
अपने जीवन को
खुशियों से भरते हैं
पुष्प का प्रयोग हम
अपने प्रियतम को
रिझाने में करते हैं
और प्रियतम की
नजदीकियां प्राप्त करते हैं
पुष्प की पर्यावरण
से रक्षा करना
हमारा फर्ज है
सभी इस ओर ध्यान दें
" भारतीय " का यही अर्ज है।