Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Anil Jaswal

Inspirational

3  

Anil Jaswal

Inspirational

पर्यावरण संभालो

पर्यावरण संभालो

1 min
12.3K


कोरोना का एक ही फायदा हुआ,

प्रदुषण बहुत कम हुआ,

हवा का स्तर सुधरा,

नदियों का पानी स्वच्छ हुआ।

पुराने दिन याद आने लगे,

जब आकाश होता था नीला,

हवा भी होती थी तंदरुस्त,

कुदरत थी बहुत खुश,

संवरती थी,

मुस्कराती थी,

पक्षीयों का मधुर संगीत सुनने को मिलता था,

और वातावरण मनमोहक होता था।

इसलिए "अनिल" सोचता,

कोरोना था कुदरत की इंसान को चेतावनी,

मत करो मुझ से खिलवाड़,

मत करो कुठाराघात,

तरक्की आवश्यक है,

कुछ ऐसा समन्वय बनाओ,

तरक्की भी हो जाए,

और परियावरण भी बच जाए,

इंसान और परियावरण आपस में मेलजोल से रह पाएं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational