पर्यावरण दिवस
पर्यावरण दिवस
वृक्षारोपण कर करे, उत्सव की शुरुआत,
पर्यावरण की सुरक्षा, सबसे पहली बात।
नदियाँ मुझसे कह रही,चुभता एक सवाल,
कहाँ गया पर्यावरण, जीना हुआ मुहाल।
बादलों से पूछो जरा,पानी की औकात,
बूंद - बूंद लिखकर गई, पर्यावरणी बात।
ग्रीष्म, शरद, वर्षा है, जीवन के आधार,
स्वस्छ रहे पर्यावरण, ऐसे रखो विचार।
हरियाली के गीत में, प्यार भरा पैगाम,
पर्यावरण सुधारिए, स्वस्थ रहे सुखधाम।
कूड़ा - कचरा फेंकते, नदियों में सामान,
फिर बाटे सब और हम, पर्यावरणीज्ञान।
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वृक्ष हमारे मित्र है, वृक्ष हमारी जान,
वृक्ष की रक्षा बने पर्यावरनी शान।
धरती माता जगत की, हम सब उनकी संतान,
पर्यावरण संवारिये, दे इसको सम्मान।
जंगल के रक्षक बनो, करके ये संकल्प,
हरी - भरी अपनी धरा, पर्यावरण प्रकल्प I
प्राण वायु देकर हमें, वृक्ष बचाएं जान,
पर्यावरण सुधारते जैवविविधता मान।
जंगल पर कुल्हाड़ी चले, पर्यावरणी घात,
रिश्ते सब मरते हुए, चिंता है दिन - रात।
जल, वायु, पर्यावरण, वृक्ष, जिव, इंसान,
पर्यावरण बचाइए, तभी बचेगी जान।