प्यारी डायरी पाँच जून है आज ,
तुम्हे पता है मुझे खुद पर हुआ नाज़ ,
जब मैने पर्यावरण दिवस मनाया ,
अपने आँगन में तुलसी का एक पेड़ लगाया |
कोरोना माहमारी हमें बहुत कुछ सिखा रही ,
जो पहले वृक्ष काटा करते थे उन्हे समझा रही ,
वृक्ष ही जीवन है सो मत काटो उन्हे बन बेदर्द ,
उनकी रक्षा करके बनो उनके हमदर्द |
सभी पेड़ हमें ऑक्सीजन देते ,
क्या तुलसी , बरगद और नीम ,
बस लेने वाले कम हो गए हैं ,
शहरों में बड़ गए हकीम |
माँग ऑक्सीजन सिलिंडर की ऐसी बढ़ी ,
फिर भी बच ना पाये प्राण ,
इसलिये वृक्षारोपण ही है अटल सत्य ,
इसका ही छोड़ो सब बाण ||