वृक्ष ही जीवन है सो मत काटो उन्हें बन बेदर्द वृक्ष ही जीवन है सो मत काटो उन्हें बन बेदर्द
तू ख़्वाब अधूरा मगर सुंदर बहुत है तू दर्द है सीने में... ये राहत बहुत है तू ख़्वाब अधूरा मगर सुंदर बहुत है तू दर्द है सीने में... ये राहत बहुत है
नहीं इलाज मर्ज़-ए-इश्क़ का किसी दवाई में। नहीं इलाज मर्ज़-ए-इश्क़ का किसी दवाई में।