Prompt-5 चित्रकार की कल्पना।
Prompt-5 चित्रकार की कल्पना।
चित्रकार की कल्पना,
है खूबसूरत नजारा,
ऐसा सिर्फ सपनों में होता,
काश! ऐसा धरती पे भी कोई संजोता।
साधारण साफ-सुथरा घर,
परियावरण से उपयुक्त,
इतने खूबसूरत फूल,
जैसे प्रेमिका के गाल,
छोटी सी नदी,
मृदुल जल से भरी,
पीछे खजूर का पेड़,
मानो देवताओं का हो देश।
क्या धरती पे ये संभव,
तो जीवन होता सार्थक।
बिना सिर-पैर की आधुनिकता ने हमें,
कहीं का नहीं छोड़ा,
ऐसी जगह ला के पटका,
न पीछे जा सकते,
न आगे बढ़ सकते,
बस चारों तरफ शून्य,
बेचारा इंसान हो गया नगन्य।