परंतु
परंतु
भाग-भाग के थक गए हैं हम,
सोच-सोच के पक गए हैं हम,
साथ दे-दे कर गिर गए हैं हम,
परंतु उठानेवाला कोई नहीं है।
भरोसा किया सबपे हमने,
अपना माना सबको हमने,
वफ़ा दिखलाई सबसे ज्यादा,
परंतु विश्वास करनेेवाला कोई नहीं है।
पूरे न हुए जब ये सपने,
सोचा साथ देंगे अपने,
जोड़ लिए हाथ सबीने,
परंतु हाथ पकड़नेवाला कोई नहीं है।
सुनलो सारे दुनियावालों ,
दुनिया ये ना मेला यारों,
खुशी चेहरे पर दिखलाओ सबीको,
परंतु जीत के दिखाओ सबीको।
अंत मे कह देते हैं हम,
विश्वास आसानी से करना ना तुम,
दुनिया है ये मतलब की मानो,
वरना ये हाथ जुड़वा लेगी तुमसे प्यारों।