परिवार
परिवार
है परिवार आधार प्यार का
है परिवार संसार आनंद का
है परिवार मूलधन इंसान का
बिना इसके सार नहीं जीवन का
पिता के उपदेशों की राह में
मां के स्नेह की शीतल छांव में
जीवन जिसका व्यतीत हुआ है
जीवन उसका ही सार्थक हुआ है
भाई बहनों के संग खेली
नहीं है जिसने आंख मिचोली
जीवन में नहीं उसके कोई अर्थ
जीवन तो उसका है मात्र व्यर्थ
परिवार है वरदान ईश्वर का
बढ़कर नहीं कोई दान भाग्य का
परिवार ना हो तो कुछ ना होगा
बस अंधकारमय जीवन ही होगा।