अपने परिवार की मर्यादा ,
हमेशा बनाये रखें ,
सुख हो या दुख हो ,
इसे सजाये रखें |
परिवार से ही जगता ,
अंदर से आत्मविश्वास ,
सबके साथ संगठित रहने का ,
एक खूबसूरत आभास |
परिवार सपनो को सजाता ,
संग जुड़ समाज में नाम कमाता ,
एकाकी मनुष्य आहें भरता ,
परिवार से दूर आत्मचिंतन करता |
परिवार में डर काहे का ?
सब मिल प्रेम गीत गाये जा ,
दुख के बादल जल्दी भागें ,
सुख ही सुख से जीवन जागे |
बुजुर्गों का आशीर्वाद निराला ,
बच्चों का मिले प्यार मतवाला ,
भाई - बहन बने सखा प्यारे ,
बेटे - बहु की सेवा से हों भाग्य न्यारे |
इसलिये परिवार का कभी ,
तिरस्कार ना करना ,
जितना ज्यादा हो सके ,
अपने परिवार पर ही मरना ||