परिवार
परिवार
अपने परिवार की मर्यादा, हमेशा बनाये रखें,
सुख हो या दुख हो, इसे सजाये रखें।
परिवार से ही जगता, अंदर से आत्मविश्वास,
सबके साथ संगठित रहने का, एक खूबसूरत आभास।
परिवार सपनों को सजाता, संग जुड़ समाज में नाम कमाता,
एकाकी मनुष्य आहें भरता, परिवार से दूर आत्मचिंतन करता।
परिवार में डर काहे का ?सब मिल प्रेम गीत गाये जा,
दुख के बादल जल्दी भागें, सुख ही सुख से जीवन जागे।
बुजुर्गों का आशीर्वाद निराला, बच्चों का मिले प्यार मतवाला,
भाई - बहन बने सखा प्यारे, बेटे - बहु की सेवा से हों भाग्य न्यारे।
इसलिये परिवार का कभी, तिरस्कार ना करना,
जितना ज्यादा हो सके, अपने परिवार पर ही मरना।।
