रश्मि किरण
Romance
आओ
हम खो जायें
न जाये ये
समय बीत
प्रिय
गाओ कि
ख़त्म अब
हो न गीत!
प्रीत एक गीत
मग़र ये क्या वे दो अब दो नहीं अब दिखते हैं वो एक। मग़र ये क्या वे दो अब दो नहीं अब दिखते हैं वो एक।
तुम्हारे इश्क में टूटकर बिखर रहा हूँ में आज भी तुम्हारे इंतज़ार में जी रहा हूँ। तुम्हारे इश्क में टूटकर बिखर रहा हूँ में आज भी तुम्हारे इंतज़ार में जी रहा हूँ...
मैं आपे में नहीं अब अपने , कि बात बात सब पी जाऊं। मैं आपे में नहीं अब अपने , कि बात बात सब पी जाऊं।
किसे अपना मान लें किस पर भरोसा हम करें। किसे अपना मान लें किस पर भरोसा हम करें।
बस समय का पहिया, घूमता रहा, और हम उसकी के साथ।। बस समय का पहिया, घूमता रहा, और हम उसकी के साथ।।
तेरी जुल्फों का साया है जो तू मुझमें समाया है। तेरी जुल्फों का साया है जो तू मुझमें समाया है।
पूछ लेना तूं मेरे दिलको सनम, मै तेरे लिये कितना मायूस हूं? पूछ लेना तूं मेरे दिलको सनम, मै तेरे लिये कितना मायूस हूं?
प्यार करना आप का मेरे लिए उपहार है। आपका आदेश मुझको हर घड़ी स्वीकार है। प्यार करना आप का मेरे लिए उपहार है। आपका आदेश मुझको हर घड़ी स्वीकार है।
जिसके बारे में वो सब छुपाते रहते है। जिसके बारे में वो सब छुपाते रहते है।
आपकी सोच को मेरे फैसले का नाम न दो। आपकी सोच को मेरे फैसले का नाम न दो।
जो कहानी लिखी तुमने यहाँ पर, उसे अब उस दुनिया में मुकम्मल करना जो कहानी लिखी तुमने यहाँ पर, उसे अब उस दुनिया में मुकम्मल करना
उसका ये कहना कि अभी भी प्यार है तुमसे, ये हमारे दिल को तोड़ सा देता है रुला जाता है। उसका ये कहना कि अभी भी प्यार है तुमसे, ये हमारे दिल को तोड़ सा देता है रुला जा...
जो नही मिला हमको उसका गम तो होता है। जो नही मिला हमको उसका गम तो होता है।
लेकिन जिस-दिन तुम विछुड़ोगे, हम 'ऑसू-से-प्रीत' लिखेंगे।। लेकिन जिस-दिन तुम विछुड़ोगे, हम 'ऑसू-से-प्रीत' लिखेंगे।।
बाहर बर्फ पड़ रही थी, तापमान बहुत गिरा हुआ था। बाहर बर्फ पड़ रही थी, तापमान बहुत गिरा हुआ था।
जाने क्यों लगता है कि तू मेरे आस पास है, तुझसे हर पल बाते करते है हम मेरे दिल मे बसते। जाने क्यों लगता है कि तू मेरे आस पास है, तुझसे हर पल बाते करते है हम मेरे दिल...
बेचैन दिल की धड़कन बस यही है कहती श्याम है तू उसका राधा है वो तेरी। बेचैन दिल की धड़कन बस यही है कहती श्याम है तू उसका राधा है वो तेरी।
अभी तो हिसाब-किताब का मतलब ही जानना बाकी है। अभी तो हिसाब-किताब का मतलब ही जानना बाकी है।
मन चंचल बहकता जब कड़कती बिजलियाँ, मन चंचल बहकता जब कड़कती बिजलियाँ,
इस घाव को कभी मुकम्मल होते नहीं देखा। इस घाव को कभी मुकम्मल होते नहीं देखा।