Sweta Kumari
Inspirational
प्रेम आपको सही राह दिखाता है
किसी को पाना चाहत नहीं
बस उसकी खुशी में अपनी खुशी ही
सच्ची चाहत है।
प्रेम
शवों की चीत्क...
भारत देश की त...
फिल्म-सौतन, ध...
वीरान-सी जगह
रंग दो बृज के...
रंग बरसे
माँ शारदे की ...
कवि की कविता
श्मशान की वेद...
अब मेरी बारी है दोस्ती निभाने की अब मेरी बारी है दोस्ती निभाने की
बुढ़ापे की ऐसी सनक बुढ़ापे की ऐसी सनक
कुछ मन की करी जाये कुछ मन की करी जाये
पेड़ खूब लगाऊंगा जन-जन तक संदेश पहुंचाऊंगा। पेड़ खूब लगाऊंगा जन-जन तक संदेश पहुंचाऊंगा।
इस मुरझाते उपवन का हम फूल - फूल महकाएं इस मुरझाते उपवन का हम फूल - फूल महकाएं
ख़ुशी दें नहीं सकते तो गम देने की वजह भी ना बनो ! ख़ुशी दें नहीं सकते तो गम देने की वजह भी ना बनो !
यही सच्ची इंसानियत व मानवता की सीख है। यही सच्ची इंसानियत व मानवता की सीख है।
आगे तो बढ़ जाती हम बेटियां पर अपनों से लड़कर कहां जाती हम बेटियां। आगे तो बढ़ जाती हम बेटियां पर अपनों से लड़कर कहां जाती हम बेटियां।
शाम को घर लौट आया यह बहुत बड़ी बात है ! शाम को घर लौट आया यह बहुत बड़ी बात है !
सुबह जहाँ से दूर तुम आए गलती का जो हुआ एहसास सुबह जहाँ से दूर तुम आए गलती का जो हुआ एहसास
प्रेम की परिभाषा को बदल, सुंदरता को ताक़त का स्तंभ दे और पंखों को खोल, तेरी ऊँची उड़ान देख प... प्रेम की परिभाषा को बदल, सुंदरता को ताक़त का स्तंभ दे और पंखों को खोल, त...
अवतरित होने के इंतजार से पहले खुद ही इन राक्षसों व रावणों से निबटना होगा। अवतरित होने के इंतजार से पहले खुद ही इन राक्षसों व रावणों से निबटना होगा।
छोटी सी असफलता से क्यों इतना घबराए हो विजय भिन प्रयास नहीं मिलती कुछ अनोखा तू कर छोटी सी असफलता से क्यों इतना घबराए हो विजय भिन प्रयास नहीं मिलती कुछ...
क्योंकि जीवन की सुरक्षित चले हमारी तुम्हारी सबकी गाड़ी। क्योंकि जीवन की सुरक्षित चले हमारी तुम्हारी सबकी गाड़ी।
पिता ने बहुत मारा उस रात माॅं को दरवाजे के पीछे खड़ी सहम गई। पिता ने बहुत मारा उस रात माॅं को दरवाजे के पीछे खड़ी सहम गई।
अपने मुश्किलों एवं डर का सामना करना ही हमें जीवन में आगे ले जाता है। अपने मुश्किलों एवं डर का सामना करना ही हमें जीवन में आगे ले जाता है।
पेड़ बन कर अमरलताओं को समेट ले खुद में कल तुम्हें बुला रहा है। पेड़ बन कर अमरलताओं को समेट ले खुद में कल तुम्हें बुला रहा है।
इल्म सीख कर की कमाई, मेहनत व्यर्थ नहीं हो भाई ! इल्म सीख कर की कमाई, मेहनत व्यर्थ नहीं हो भाई !
सुनो प्रिये तुम दिल में हो ना मुझसे दूर समझ लेना मेरी कुछ खामोशियाँ सुनो प्रिये तुम दिल में हो ना मुझसे दूर समझ लेना मेरी कुछ खामोशियाँ
इस अकेलेपन में भी आज, खुशी खुशी जी लेता हूं मैं। इस अकेलेपन में भी आज, खुशी खुशी जी लेता हूं मैं।