प्रेम का सोता ना सुखाएंगे
प्रेम का सोता ना सुखाएंगे
हताश निराश ना हो,अब अच्छे दिन भी आएंगे।
मन में ठान लो, फिर से नई उम्मीद सजाएंगे।।
कोई नकारात्मक भाव अब मन में नहीं लाएंगे।
अपने संघर्ष की गाथा दुनियां को बतलाएंगे ।।
होने ना देंगे अपनों को दूर ना कभी दूर जाएंगे।
हर चेहरे पर प्यार भरी मुस्कुराहट खिलाएंगे।।
अपने ह्रदय में स्नेह तंतु को ना हम सुखाएंगे।
प्रेम से सींचकर रिश्तों की फसल लहलहाएंगे।।
नई सुबह की किरनो संग नया पैगाम लाएंगे ।
अपने जीवन में प्रेम की बगिया खुद सजायेंगे।।