पंछी
पंछी
नीला सा अंबर
सूरज का घर
रात में चंद्रमा
सितारे के घेरे
पंछी गाती गीत,
सुंदर सुंदर
भीतर बाहर
आसमान जैसे
साफ सुथरा
हटाना मन का भीत।
ऊँचाई भावना
सच्चाई चलना
सफाई रखना घर,
साथी से मिलना
दुख सुख बाँटना
न कोई निजर या पर।
कभी इधर
कभी उधर
घूमना फिरना
जहाँ तक जीना ,
सारी दुनिया
अपना बनाना
किसी की हानि
मत करना
आयो साथी,
आसमान फिरना।
