किताब
किताब
कोई साथी मिल जाए
तो वक्त गुजर जाता है,
राह दिखाने वाले
अंधेरे में रोशनी जगाने
अच्छी कहानी बोलने
जीवन का रहस्य बताने
ऐसा बुजुर्ग चाहिए।
सहमित्र ढूंढे तो
सामने पड़ा किताब
ज्ञान का दीप जलाए
सही राह दिखाए
कानून बताए
कुदरत की गोद में
चांदनी रात में
आसमान के नीचे
माता की ममता
नदियां बहती
पी लो किताब की धारा
पवित्र बनाओ खुद को
मन को लगाओ कल्याण में
पुस्तक बनो , बनाओ
हर इंसान को ।
