फितरत
फितरत
तेरे पुराने चैट्स और वॉइस
नोट्स देख के
दिल आज भी भर आता है
आँखें नम तो हो जाती हैं,
पर तेरा धोखा सब रोक लेता है..
तेरे वो सॉरी और तेरा पश्चाताप
काश मेरे दिल को राहत दिला पाता
कितना प्यार किया था मैंने तुझ से
काश तू ये कभी समझ पाता..
मैं भी कितनी पागल थी कि
कभी समझ ना पायी
कि ठोकर खाने से पहले
कोई संभल नहीं पाता
और कदम कदम पर
धोखा देने वाला..
कभी अपनी फितरत
बदल नहीं पता..!!
