फिर भी देश महान है
फिर भी देश महान है
किसान हैरान हैं, जवान परेशान हैं,
फिर भी हम कह रहे हैं देश महान है।
है गरीबी घनघोर महँगाई चहुँ – ओर,
बढ़ रहे चोर, फिर भी देश महान है।
अधर में है लटका, दिशाहीन भटका,
हैं युवा परेशान फिर भी देश महान है।
समझते शान वे, करते अपमान वे,
घूम रहे शैतान फिर भी देश महान है।
सभी ओर मार धाड़,बात-बात तकरार,
है जूतम पैजार फिर भी देश महान है।
हो रहा अत्याचार है सब कुछ व्यापार है,
है रिश्ते तार- तार फिर भी देश महान है।
ग़रीबों का पेट काटे, अपनों को सेठ बाँटें,
है शोषण लूट मार फिर भी देश महान है।
यह मेरा हिन्दुस्तान यहाँ सस्ती हुई जान,
है महंगे पकवान, फिर भी देश महान है।
बाप - पूत लड़ रहे, राजनीती कर रहे,
होती मारा मारी, फिर भी देश महान है।
धोखे बाज़ दगा बाज़ करें दूषित समाज,
बढ़े भ्रष्टाचार, फिर भी देश महान है।
देश नगर घूम के, झूठे वायदे करके,
बेचते ईमान, फिर भी देश महान है।
चलता रहे राष्ट्र गान हों नहीं सावधान
करते अपमान, फिर भी देश महान है।
