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Lakshman Jha

Inspirational

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Lakshman Jha

Inspirational

फेसबुक के अनजाने दोस्त

फेसबुक के अनजाने दोस्त

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किसी से हम यहाँ, मिलते नहीं हैं आपस में !

फिर भी है प्यार, हमें दूर ही दूर रहने में !


यहाँ नहीं है कभी,  भेद -भाव कोई सपनों में !

दीया जलाके हम, मिलते हैं रोज अपनों में !


यही एहसास सारी, रहती है हमारी जिंदगी में !

उम्र भी कट जाती, है एक दूसरे की बंदगी में !


कोई छोटा नहीं है, ना कोई बडा इस मैखाने में !

जिसे जितना मिले, वह डाल ले अपने पैमाने में !


पर होश इतना रहे, बेहिचक चलते रहे विराने में !

खैर-मक़दम सभी का, करते रहें इसी तरह जमाने में !


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