फेल नहीं
फेल नहीं
अरे यार! जिंदगी खेल नहीं
पर अपना न मेल सही।
कोई हमें कितना रोके
आगे बढ़ने पर टोके।
पर हम मन के ईश्वर
हमसे कोई झमेल नहीं।।
सुख-दुख से साझा करेंगे
मन के अब राजा बनेंगे।
निशान लगाएंगे अब सही
हाथ अपने गुलेल रही।।
चित करे चुनौती जो हो
चाहें कुछ गवाने को हो
कोई रोक के दिखाओं जरा
नहीं होंगे फेल कभी।।