पहचान
पहचान
मन हो कुछ विचलित सा जब,
ले लो क़लम अपने हाथ में,
लिख दो अपने विचारों को तब,
स्टोरीमिरर की वाल पर।
जैसे कलाम सर ने विज्ञान में,
रचाया था इतिहास नया,
वैसे ही स्टोरीमिरर भी अब,
रच देगा इतिहास नया।
मुझे मिली नई पहचान आज,
इस मंच के माध्यम से,
होती नत मस्तक मैं आज,
करती बारंबार धन्यवाद।