पेड़
पेड़
नित्य दिन वातावरण में
आ रही भूचाल
काट कर सब फेंक देगी
स्वाश की यह जाल।
इस कारण का हम लोग
खुद ही है जिम्मेदार
न बचेगी यह धारा
न बचेंगे हम ।
अपनी वस्तुओं की पूर्ति
पेड़ो से कर रहे है हम
वह दिन अब दूर नही
जब सब मरेंगे हम।
नित्य होते जा रहे है
वृक्ष ये सब कम।