पौ बारह है
पौ बारह है
शून्य के बाद आने वाला" एक"
गिनती का पहला अंक नहीं
एकता की शक्ति है
संगठन की युक्ति है।
एक और एक होते हैं दो
बचपन में खूब दोहराया
एक और एक होते हैं ग्यारह
बड़े होकर समझ आया।
एक के साथ एक
जब खड़ा हो जाता है
तो कोई भी इनको
हरा नहीं पाता है।
जहाँ एक एक ग्यारह है
वहाँ एकता, शक्ति, संगठन
और हर कदम पर
पौ बारह है।
