STORYMIRROR

Dheerja Sharma

Inspirational

3  

Dheerja Sharma

Inspirational

पौ बारह है

पौ बारह है

1 min
374

शून्य के बाद आने वाला" एक"

गिनती का पहला अंक नहीं

एकता की शक्ति है

संगठन की युक्ति है।


एक और एक होते हैं दो

बचपन में खूब दोहराया

एक और एक होते हैं ग्यारह

बड़े होकर समझ आया।


एक के साथ एक

जब खड़ा हो जाता है

तो कोई भी इनको

हरा नहीं पाता है।

जहाँ एक एक ग्यारह है

वहाँ एकता, शक्ति, संगठन

और हर कदम पर

पौ बारह है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational