STORYMIRROR

Mrs. Smita Vijay Shinde

Abstract

3  

Mrs. Smita Vijay Shinde

Abstract

पैसा

पैसा

1 min
314

आया है कलियुग एक ऐसा दौर

पैसा ताकदवर यहा बाकी सब कमजोर


शिक्षा, कर्म, धर्म को नहीं पूछता कोई

पैसे के कारण लढते है सगे भाई भाई


जिसके पास है पैसा पडा

वह यहा सबसे बडा

ज्ञान, कर्म का कितना भी हो भांडार

उसके साथ कोई ना खड़ा


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract