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Ode to Autumn का हिंदी अनुवाद

Ode to Autumn का हिंदी अनुवाद

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   अरे , ओ !धुंधों और स्वादिष्ट फलों की

परिपूर्णता के मौसम  !           

   जवां होते सूरज के ओ जिगरी दोस्त !

   गुफ्तगू कर रहे हो कि छप्पर की छज्जियों के इर्द-गिर्द

   लिपटी अंगूरी लताओं को फलों से कैसे लादा और आशिष्ट    

   किया जाए,

   कि काई युक्त झोपड़ियों के पेड़ों को सेबों से कैसे नम

   किया जाए ,

   और सारे फलों को अंदर तक पकन से कैसे

सराबोर किया जाए ,

   कैसे कद्दू की सब्जियों को फुला दिए जाएं ,

और धूसर आवरणों में मीठे रसीले गूदे भर दिए जाएं ,

   कि ज्यादा से ज्यादा कलियां लग जाएं,

   और इतना ही नहीं ,बल्कि मधुमक्खियों के लिए वो 

   फूल बन जा एं

   तब तक जब तक कि लोग ये समझ न लें

   कि गर्मियों के दिन तो आने ही हैं

   क्योंकि गर्मी तो उनके चिपचिपे खोपलों में भरी होती है।


   तुम्हें अपने भंडार के बीच अक्सर किसने नहीं देखा है ?

   जिन्होंने भी तुम्हें कहीं बाहर खोजा

अपने अन्नागारी सतह पर कभी बेफिक्र बैठे तुम्हें देख

सकते हैं

   हवा की हल्फियों से उड़ने वा ली तेरी जुल्फ को भी

   या किसी अधकटी क्यारियों पर बेफिक्र सोए हुए

    (तुम्हें देख सकते हैं)।

तू पोस्ते की गंध में मदमाते हुए 

  या तब भी जब तेरी हंसिया अन्न की पाती बनाती है

और उनके जोहरी फूल बिछाती है

 और कभी तो जलाशय के किनारे वालें बटोरने

वाले (किसान) की तरह

 अपना मर्मी सिर झुकाए हुए

 या किसी रसनिक्सी (जूसर) के बगल घंटो ठंडी निगाह से

उसके चिपचिपेपन में अंत तक दिख सकते हो।


  अरे वसंत गीत कहां है ?अरे वे कहां हैं ?

  उनके बारे में तो सोचो भी मत , तेरे तो अपने ही सुर हैं

  जब रुके हुए बादल उन छोटे दिनों में खिलते हैं

  और गुलाबी रंग पठा रों को छूता है,

  तो गले हुए रेशों में शोर करते हुए छोटे-छोटे मच्छरों में

  नदी में तैरते कहीं दूर की कर्मियों तो कहीं हल्की

हवा से डूबती और उगती हुई

कर्मियों (इक तरह का सरकंडा जो पानी में होता है)

के बीच,और किसी पहाड़ी झरने के किनारे उन 

युवा मेमनों (भेड़ या बकरी का बच्चा ) की आवाज़ में

  टिडे और झिंगुरो के गीत तो कभी उनकी मीठी

झंझनाहट में,

  या किसी बाग के बुलबुल के गानों में

  तो कभी आकाश के उड़ते गौरैयों में ।

  (लोग तुम्हें देख सकते हैं)

  



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