नया सबेरा (ताटक)
नया सबेरा (ताटक)
उठ जाओ अब तो तुम जागो, नया सबेरा आयेगा।
छोड़ो बिस्तर आलस त्यागो, हर दिन ख़ुशियाँ लायेगा।
सपने अपने पूरे कर लो, कल का कल ही देखेंगे।
आज हमारा अपना जानो, बचता है जो बेचेंगे।
आओ मिलकर हाथ बटाएँ, जो बोया ओ खायेगा।
उठ जाओ अब तो तुम जागो, नया सबेरा आयेगा।।
