नव संवत्सर हिन्दू नव वर्ष
नव संवत्सर हिन्दू नव वर्ष
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाए
आशाओं, विश्वास का
उत्साह उमंग चाह प्रसंग के
नए सुबह का अलख जगाए
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाए।।
उत्कर्ष, हर्ष दुःख दर्द के बीते पल
कि यादों के संग कदम बढ़ाए
चलो उत्कृष्ट नव वर्ष बनाए
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाए ।।
त्यागो घृणा द्वेष को प्रेम
शांति निर्मल, निर्झर, अविरल
धारा बहाए अखिल ब्रह्मांड में
प्रकृति, प्राणी ब्रह्म सत्य का
संदेश जगाए।
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाए।।
साहस शक्ति के युवा युग
मानवता मूल्यों के पथ प्रकाश में
नव युग का दीप जलाए भय भ्रम
अंधकार मिटाए।
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाए।।
धर्म, सद्कर्म, से अभिनंदन
नव वर्ष का मानव मुख
मण्डल पर मुस्कान जगाए
मानव मूल्यों की गमग गीत
गाये।
चलो हिन्दू नववर्ष मनाए।।
सांसों में आशा धड़कनों में
उठती तरंग है भाग्य भगवान
राम आगमन का जागृति जागरण
मधुर बयार बहाए।
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाएं।।
साध्य साधना के पग पग
माँ की आराधना के पल पहर शक्ति की भक्ति भाव
नवदुर्गा दुर्लभ भान भास्कर नव वर्ष उगाए।
चलो हिन्दू नव वर्ष मनाएं।।
