नसीहत
नसीहत
लाख नसीहत दे देगा जग,
हाथ न देगा कोई,
सबका ही है अपना रोना,
क्या तेरी बात सुुनेगा कोई ?
लाख नसीहत दे देगा जग,
हाथ न देगा कोई,
सबका ही है अपना रोना,
क्या तेरी बात सुुनेगा कोई ?