नशे में चूर
नशे में चूर
कुछ तो असर है तेरे शहर की आब वो हवा में,
जो एक सख्त सा लड़का भी यहां महबूब हो गया ।
दूर रहता था जो इश्क़ से , वो मोहब्बत के किस्सों से भी,
तेरे शहर में वो भी इश्क़ करने को मजबूर हो गया ।
खुद को बचा कर रखा था , अब तक हर नशे से जिसने,
तेरी आंखों में खोकर वो भी नशे में चूर हो गया ।
मसला तो सारा , तेरे चेहरे के वो नूर का था,
और तेरा शहर बिना बात के ही वो मशहूर हो गया ।