नन्द किशोर
नन्द किशोर


मन से चंचल हैं
वह नटखट हैं
वह नन्द किशोर हैं
वह राधे-कृष्ण हैं
बांसुरी की धुन जो कर दे दीवाना
राधे -कृष्ण के गुण गाना
जिसने की कृष्ण की भक्ति
कृष्ण के हाथो ये फूट गई मटकी
माखनचोर कहलाते हैं
घर-घर जाकर इनके भक्तो से मिलाते है|