नमन जवानों को
नमन जवानों को
वतन की सौंधी मिट्टी में वीर जवानों का लहू है मिला,
बलिदान से जिनके वतन को है सुरक्षा कवच मिला।
बांँध के सर पर कफ़न चले जो मातृभूमि की रक्षा की ख़ातिर,
नतमस्तक ऐसे वीरों को जो जीते मरते हैं वतन की ख़ातिर।
सरहदें महफूज़ है जिनके वजूद से,सांँसे ले रहे हम सुरक्षित,
प्रत्येक प्रतिकूल हालातों में हमें हर पल करते हैं वो रक्षित।
तिलक लगाकर वतन की पावन मिट्टी का अपने मस्तक पर,
लड़ते हैं दुश्मनों से आंँच ना आने देते मातृभूमि के शीश पर।
नमन है बलिदानी जवानों को तन मन मातृभूमि को अर्पण किया,
अपने श्रद्धा सुमन से हमने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि का तर्पण किया।