निरन्तर प्रयास किया कर
निरन्तर प्रयास किया कर


भूत, भविष्य का ना हर वक्त ख्याल किया कर
कभी तो वर्तमान में भी जी लिया कर..........
मिले जो असफलता तो निराश ना हुआ कर
मिलेगी सफलता ज़रूर बस निरन्तर प्रयास किया कर
उबार ले किसी मुसीबत से कोई जब तुम्हें
प्यार से उसका शुक्रिया तो अदा किया कर
ना रोया कर वक्त का रोना हर वक्त
दो -चार पल अपनों के संग भी गुज़ार लिया कर
क्यों रहता है हर वक्त निन्यानबे के फेर में
कभी तो दिल खोलकर खर्च भी किया कर
खा लेते हो खाना उंगलियां चाट-चाटकर
बनाने वाले की कभी तो तारीफ भी किया कर
ना रह चिंतामग्न हर वक्त कुछ हंस-बोल भी लिया कर
जो ना हो बस में तेरे उसे प्रभु पर छोड़ दिया कर