निकल आए
निकल आए
अच्छा खासा दोस्तों के साथ
बैठकर हँस रहा था मैं,
के मेरे मोबाइल की गैलरी में से
तस्वीर तुम्हारी निकल आए।
तुम्हारी याद में जगकर नींद
आने वाले ही थी,
के मेरे तकिये के नीचे से तुम्हें
मुझे वापस कर दी हुए अंगूठी
निकल आए।
सोचा कि आज कुछ ऐसा
लिखते हैं की लोगो को हँसाते है,
डायरी खोली तो हाथ में हाथ
डाल कर जब बैठे थे तब लिखी
हुए एक गज़ल निकल आए।
मैं उस लड़की को हाँ करता तो
करता कैसे ,
जो मुझे अपने मुहब्बत का इज़हार
करके चली गयी है,
"सरस" उसका दीया हुआ तोहफ़ा
खोला तो तुम्हारी फेवरिट चॉकलेट
निकल आए।