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Deepika Mawar

Abstract

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Deepika Mawar

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नील गगन में उड़ने वाले बादल

नील गगन में उड़ने वाले बादल

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नील गगन पर उड़ने वाले बादल

रूक रूक देख भारत की आजादी

पन्दह अगस्त याद रखना

इस दिन मिली आजादी


क्या हिन्दू क्या मुसलमान

क्या सिक्ख क्या इसाई

आपस में हम सब है भाई-भाई।

नील गगन पर उड़ने वाले बादल


रूक रूक देख भारत की आजादी

म्हारो भारत म्हारो तिरंगा म्हारो संविधा

पन्दह अगस्त वह पर्व है

जिसने दी है भारत को आजादी की

पहली पहली पहचान


नील गगन पर उड़ने वाले बादल

रूक रूक देख भारत की आजादी

सन् 1947 में जब भारत हुआ था आजाद

रोक नहीं पा रहा था कोई भी

भारतवासी अपने दिल के जज्बात


आज भी 72 वर्ष बाद यह पर्व आएगा

आज भी हर भारतीय पूरे हर्षोल्लास से

अपना 73 वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाएगा

नील गगन पर उड़ने वाले बादल

रूक रूक देख भारत की आजादी


पन्दह अगस्त याद रखना

इस दिन मिली आजादी

क्या हिन्दू क्या मुसलमान

क्या सिक्ख क्या ईसाई

आपस में हम सब है भाई-भाई।


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