निगाह
निगाह
आपकी नजरों ने काबिल बनाया हमें
आपकी नजरों ने कातिल बनाया हमें
आपकी आंखों से की जो गुफ्तगू तो
पलकों ने निशाना बनाया हमें !
नजरों से तो करते हो बाते
लेकिन अच्छे खासे इंसान को पागल
बनाया आपने
आपकी हर खामोशी को हम समझते हैं
आपसे करने बात हम तरसते हैं
आपसे इश्क करना हमें मंजूर है
क्योंकि यह हमारी खूबसूरत भूल है !

