नेत्रदान महादान
नेत्रदान महादान
ऑंखों से दुनिया देखते हैं
हर बात हम परखते है
जो ना हो गर ऑंखें सही
दुनिया अंधेरी लगती है
दान तो होतें हैं अनेक
उनमें नेत्रदान भी एक
करने किसी की दुनिया रोशन
करो नेक काम ये एक
ऑंखों का दान यहाँ पर
महादान कहलाता है
कारण इसका इतना सा है
इक जीवन रोशन कर जाता है
हर अक्ष हमारी ऑंखें ही
हमको दिखलाया करती है
सुंदर सुंदर सपने बुनकर
हमको जगाया करती है
जैसे हृदय की धड़कन बिन
जीवन मिट जाता है
वैसे ऑंखों की रोशनी बिन
जीवन अंधकारमय होता है
तो इतना सा कहना मुझको
नेत्रदान का ले संकल्प
करो पुनित कार्य मिलकर
रोशन करो दुनिया किसी की
नेत्रदान अपने कर कर।