नारी
नारी
तुच्छ नहीं है
मानव जाति के उद्गम का
मूलाधार है नारी।
नियति, प्रकृति और
धरती के अस्तित्व का
आधार है नारी।
नारी बिना
जग कल्याण की
योजना निराधार है।
नारी दुर्गा, लक्ष्मी ,सरस्वती
शक्ति, वैभव और ज्ञान का
शाश्वत आधार है।
नारी जहां महफूज है
सुख शांति लिए झोली में
घर नहीं वह स्वर्ग है।
जिस देश में पूज्या है नारी
उस माटि के कण कण में
सुख शांति चौवर्ग है।