"नारी"
"नारी"
नारी शक्ति महान है,
जानत सकल जहान है।
सहनशीलता इसमें भारी,
चलती गृहस्थी इससे सारी।
नारी गुणों की खान है,
जानत सकल जहान है।
तू ही मां है, तू ही नारी,
तू ही बहना प्यारी-प्यारी।
तू कितनी दयावान है,
जानत सकल जहान है।
नम्रता, ममता गहने तेरे,
चाहने वाले हैं बहु तेरे।
दोनों कुलों की शान है,
जानत सकल जहान है।
नारी शक्ति महान है,
जानत सकल जहान है।।
