नारी की परिभाषा
नारी की परिभाषा
अनेक है परिभाषा नारी शब्द की
अनेक जिम्मेदारी एक साथ अपने ऊपर उठाती है,
अलग अलग रूपों में साथ हमारा निभाती है।
कभी मां बनकर पालन पोषण करती है,
तो कभी पत्नी बनकर सही रास्ता दिखाती है।
अगर हाथ जला तो अपनी कद्र किए बिना,
अपने परिवार के लिए खाना भी पकाती है।
अगर कोई राह भटके,
तो उसे सही रास्ता भी दिखाती है।
अगर खेला कोई उसके जज्बातों से,
तो चिंगारी भी बन जाती है।
बुराई से लडने कि हिम्मत भी जुटाती है,
जरूरत पड़ने पर शस्त्र भी उठाती है।
