पर्यावरण
पर्यावरण
उठाई पेड़-पौधों ने अपने ऊपर जिम्मेदारी,
पर्यावरण पर निर्भर है सांस हमारी।
दी है प्रकृति ने चीज़े अनमोल
ना कभी किया चीजो के लिए मोल,
और कभी ना मांगा स्नेह मुंह खोल।
जब फल, फूल और छाव पेड़ो से ही मिला है
तो क्यों इंसानों के मन मे इन्हे काटने की व्याकुलता है।
जहां जहां हरियाली रहेगी,
वहां वहां खुशहाली रहेगी।
जन जन में उम्मीद जगानी है,
प्रकृति की रक्षा करने की बात सबको समझानी है।
कसम आज हम खाएंगे ,
पेड़ पौधों को जी -जान से बचाएंगे।