STORYMIRROR

Sonia Chetan kanoongo

Abstract

3  

Sonia Chetan kanoongo

Abstract

नारी जीवन

नारी जीवन

1 min
321

 नदी की आत्मकथा नारी के

जीवन की एक कहानी है

एक छोर छोड़ के दूजे

छोर बह जानी है।


पलट के देखो इतिहास

उसमें छुपी बहुत सी कुर्बानी है 

नदी की

तृप्त करके सबको ख़ुद को

अमर कर जानी है।


किसी ने गंदे मैल को धोया

इसमें किसी की जिंदगी

इसमें तर जानी है।


पावन है वो आत्मा से

पर ये बात किसी को

समझ नहीं आनी है।


नदी की आत्मकथा

कहने को तो शिव के

शीश में समाई है।


गंगा यमुना सरस्वती के

नाम से भी जानी है।

फिर भी लोगों के पापों को

ख़ुद में समेटी है

नदी की आत्मकथा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract