STORYMIRROR

Gautam Sagar

Inspirational

2  

Gautam Sagar

Inspirational

ना मौल मेँ जाना अर्जेंट है

ना मौल मेँ जाना अर्जेंट है

1 min
182

ना मौल मेँ जाना अर्जेंट है

ना मूवी जाना अरजेंट है

ना मंदिर मेँ जा जाकर

प्रसाद चढ़ाना अरजेंट है।

 

ना बोर्ड परीक्षा अरजेंट है

ना डांस की शिक्षा अर्जेंट

क्यों बाजार मेँ जाते हो

ना साड़ी कुरता अरजेंट है।

 

बस अरजेंट है यह बात आज

हो सबसे दूरी अर्जेंट है

बस अर्जेंट है यह बात आज

ना थंकु सॉरी अर्जेंट है।

 

ना हैप्पी बर्थ डे अर्जेंट है

ना मैरेज डे ही अर्जेंट है

ना अमेज़ोन अर्जेंट है

ना जोमाइटो अर्जेंट है।

 

ना भारत दर्शन अर्जेंट है

ना मुर्गा चिकन अर्जेंट है

ना नेताओं का कोई भाषण

ओपन प्लेस मेँ अर्जेंट है।

 

बस अरजेंट है यह बात आज

जनता का कर्फ़्यू अर्जेंट है

बस अरजेंट है यह बात आज

रहना घर मेँ तू अर्जेंट है।

 

ना बैंक की शाखा मेँ जाकर

पासबूक चढ़वाना अर्जेंट है

ना कुरियर भिजवाना और

कुरियर मंगवाना अर्जेंट है।

 

बेमौत मरना अरजेंट है

तो रैली धरना अरजेंट है

कौन सा मुद्दा आज बड़ा

यह भी सोचना अरजेंट है।

 

बस अरजेंट है यह बात आज

फुरसत से बैठें, अर्जेंट हैं

बस अरजेंट है यह बात आज

कि हौसला रखें अर्जेंट है।

 

 

 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational