मूक प्राणी
मूक प्राणी
प्राणी होते हैं मूक भले ही
पर होते हैं उनमें भी भाव
सुख दुख वो भी अनुभव करते
आँखों से कहते मन की बात
बिना कारण किसी को नहीं सताते
प्रेम से पुकारो भागे चले आते
फिर हम उन्हें क्यों समझ न पाते
स्वार्थ अपना सिद्ध करते जाते
करो उनसे भी उतना ही प्यार
वो भी करेंगे तुमसे दुगना प्यार।