मुक्तक
मुक्तक

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हौसलों की भरी थी उड़ान,
चल पड़ा था वो लाल महान,
उसने निर्धनता झेली थी,
जाने उनको सारा जहान।
बाधाओं से ना घबराये,
प्रेरणा स्रोत जो कहलाये,
नेता थे वो बड़े कर्मठ,
हम सब उनकी गाथा गाये।