मुझे बढ़ते चले जाना है...
मुझे बढ़ते चले जाना है...
मुश्किलों में भी न घबराना है
मुझे बस अपनी राह पर चलते चले जाना है।
कंकड में भी मुझे अपना रास्ता खुद बनाना है।
बस मुझे हौसलों को बढ़ा कर चलते चले जाना है।।
नफ़रतो की दुनिया मे प्यार को पाना है
मुझे सभी से दूर बस अपनी दुनिया मे घर बसाने चले जाना है।
न रुकना हैन थकना हैन हिम्मत हारनी हैन जज्बात कम करने है
बस मुझे ऊँची ऊँची दीवारों सा बढ़ता चले जाना है।।
थाम के हाथ पिया का मुझे बस नया संसार बनाना है
सकी खुशियों में खुश होकर मुझे जिंदगी को खुश कर जाना है। ।
दुनियादारी से दूर रहकर मुझे अपना व्यक्तित्व बताना है
बन के कुछ बड़ा मुझे सभी को गर्वित करते चले जाना है।।
मुझे खुद को खुद से ज्यादा बस प्यार करते चले जाना है
मेरी उलझन सी कहानी को सुलझनो से बस भरते चले जाना है
मुझे बस खुद को सुलझाते चले जाना है।।
मुझे बढ़ते चले जाना है।।