मसालों की दुनिया
मसालों की दुनिया
मैं रसोई घर की रानी,
हाथ रखती राज़ की पुड़िया।
मुझमें सौ रंग स्वाद के,
समाती है मसालों की दुनिया।
हल्दी रानी रंग बिखेरती
मिर्ची देती तीखे फ्लेवर
धनिये की है अलग ही पुड़िया
मुझमें सौ रंग स्वाद के,
समाती है मसालों की दुनिया।
जीरे का कमाल अलग है
कालीमिर्च की अपनी कड़क है
हींग का है ज़ोरदार तड़कइया।
मुझमें सौ रंग स्वाद के,
समाती है मसालों की दुनिया।
तेज़ पत्ते की खुश्बू निराली
दालचीनी ने बात संभाली
गरममसाले की अपनी जोड़ियां
मुझमें सौ रंग स्वाद के,
समाती है मसालों की दुनिया।
मन मोहिनी है इलायची
जायफल अपनी चलाती
नमक पर है सर दारोमदार
हरे धनिये ने भी जादू किया
मुझमें सौ रंग स्वाद के,
समाती है मसालों की दुनिया।