मोहब्बत सिर्फ फिल्मो में अच्छी है
मोहब्बत सिर्फ फिल्मो में अच्छी है
मै खुश हूं, कि मुझे मोहब्बत हुई है एक शख्स से
बेपनाह, बेइन्ताह प्यार हुआ है उससे
पर, कहीं मुझे लगता है उसका दिखावा
उसकी बात में कुछ औऱ महसूस होता है
शायद, मोहब्बत सिर्फ फिल्मो में अच्छी लगती है......
उसका घुमाना,
मुझे कॉफ़ी शॉप पर ले जाना
उन पलो का मधुर तराना
अच्छा लगता था
पर, कहीं मुझे उसका अंदाज गलत लगता था..
शायद, मोहब्बत सिर्फ फिल्मो में अच्छी लगती है......
एक दिन आया,
उसने मेरा मज़ाक बनाया
उसने मुझे बेवकूफ कहके बुलाया...
मै समझ ना पाई, उन क्षणों को
जिसमें मेरा जुलूस हो रहा है..
कुछ पल बाद,
मुझे सबकुछ ज्ञात हो रहा है...
शायद, मोहब्बत सिर्फ फिल्मो में अच्छी लगती है......