मंथरा मर्द
मंथरा मर्द
कुछ प्रगतिशील मर्दों को
अपनी पत्नियां,
दूसरे घर ब्याही बहने,
महिला मित्र ,
'बेगार करती मजदूर'
नजर आती हैं।
उन्हें,
उन्ही घरों में
सारा जीवन परिवार में
खपा कर भी
अपमानित, उपेक्षित
अपने रिश्ते का सम्मान चाहती
एक बूढ़ी औरत
नहीं दिखती।
ऐसे मर्द
मेरी नजर में
अंदर से मंथरा
होते हैं।