मजबूती का नाम महात्मा गाँधी
मजबूती का नाम महात्मा गाँधी
सत्य और अहिंसा के थे वो पुजारी,
पता नहीं क्यों क़ुरबानी उनकी किसी को याद नहीं आरी I
था उनमें संयम और सादगी,
निकाली थी उन्होंने अंग्रेज नामक गन्दगी I
थे वो स्वावलंबी, थी उनमें जिद और समय निष्ठा था,
छोड़ा सब आलीशान पहना धोती और पादुका I
यूं ही नहीं एइंस्टिन कहते उन्हें greatest man of 20th century,
यूं ही नहीं सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रपिता और टैगोर ने दी महात्मा की उपाधि थी I
जिनके कहने पे चली थी आजादी की आंधी,
फिर क्यों कहते है मज़बूरी का नाम महात्मा गाँधी I
इससे एक सवाल उठता है
मजबूरी का नाम महात्मा गाँधी है,
की मजबूती का नाम महात्मा गाँधी है I
