मिट्टी मेरे देश की
मिट्टी मेरे देश की
सौंधी सौंधी खुशबू आती देश की मिट्टी की,
क्या बात बताऊं मैं अपने देश की मिट्टी की !
इसमें उपजे फल फूल बहुत सारे,
इस मिट्टी के आगे बहुमूल्य रत्न भी हारे !
इस मिट्टी में छुपे हैं सोना हीरे मोती,
इसमें उपजे अन्न को खाकर जले ज्ञान ज्योति !
इस मिट्टी में हरे भरे खेत लहराते हैं,
खुली हवा में पक्षी विचरण करते चहचहाते हैं !